समाज के सभी वर्गों को बिना किसी जाति, धर्म सम्प्रदाय के भेद –
भाव को भुलाकर आर्थिक, समाजिक, सांस्कृतिक, नैतिक, शैक्षणिक विकास हेतु कार्य करना । आपसी सदभावना एवं परोपकार की भावना को जागृत करना ।
समाज के गरीब शिक्षित बेरोजगार युवक – युवतियों, महिलाओं, पुरुषों के आर्थिक विकास हेतु सिलाई,
कटाई, बुनाई, लघु उद्योग, कुटीर उद्योग, खादी ग्रामोद्योग, पशुपालन, कंप्यूटर, इलेक्ट्रोनिक्स एवं अन्य
तकनीकी, गैर तकनीकी प्रशिक्षण की व्यवस्था करना । स्वावलंबी बनाने में मदद करना ।
लोगो के बौद्दिक विकास हेतु पुस्तकालय, वाचनालय, संगीतालय की संचालन करना । पत्र – पत्रिकाओं का प्रकाशन करना । सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करना ।
असाध्य रोग, एड्स, टी0 बी0, कुष्ट आदि से बचने हेतु आवश्यक जानकारी देना एवं जागरूक करना । चिकित्सा के बिभिन्न पद्धतियों का प्रचार – प्रसार करना ।